पूर्णिया/मोहित
शहर के बैंक,कैश वैन,प्रतिष्ठानों और निजी सुरक्षा में लगे गार्ड के पास हथियार देखकर आपके कतई विश्वास नहीं होगा कि जो बंदूक वह इस्तेमाल कर रहा है वह फर्जी है, मुंगेर का बना हुआ है।
मुंगेरिया बंदूक से शहर के विभिन्न जगहों पर निगरानी करते एक रैकेट का खुलासा पूर्णिया पुलिस ने किया है। जिसके पास कोई हथियार का लाइसेंस नहीं था। मुंगेर से हथियार मँगवाकर फर्जी लाइसेंस बनाकर शहर के बैंक ऑफ बरोदा, सदर अस्पताल, एलआईसी जैसे प्रतिष्ठत संस्थानों में सुरक्षा गार्ड में रूप में ये तैनात थे। पुलिस ने इस रैकेट के 6 लोगो को गिरफ्तार किया है जिनके पास से अवैध हथियारो का जखीरा भी बरामद हुआ है। पुलिस को पता चला कि ऐसे लोगो की संख्या करीब 100 के पार है, जिसके लिए पुलिस टीम बनाई गई। मगर उस से पहले सूचना लीक हो गई। जिसके बाद रातों रात करीब 100 से ऊपर गार्ड की नौकरी कर रहे लोग हथियार समेत गायब हो गए है। अगर सभी पकड़ा जाते तो पूर्णिया पुलिस के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि होती। फिर भी पुलिस ने इस रैकेट के मास्टरमाइंड का पता लगा लिया है। पुलिस ने अब तक 6 लोगो को गिरफ्तार किया है, जिसमे 5 एक नाली बंदूक, 5 दोनाली बंदूक, 60 जिंदा कारतूस एवं 6 मोबाइल फोन जब्त किया है।
पूर्णिया एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि रैकेट के सरगना की पहँचान हो चुकी है। जिसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
—————–
छोटी सी गलती से बड़े रैकेट का खुलासा
3 दिन पूर्व पूर्णिया के बस स्टेंड में तीन लोग एक दुनाली बंदूक को लेकर हंगामा कर रहे थे। लोगों ने इसकी सूचना के0 हाट सहायक थानाध्यक्ष अमित कुमार को दी।घटना की सूचना मिलते ही के0 हाट सहायक थानाध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंच कर तीनो लोगों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया। हथियार के बारे में जब पूछताछ की गई तो उसे लाइसेंसी बताया गया। जब लाइसेंस की जाँच की गई तो यह फर्जी निकला। गिरफ्तार लोगो ने बताया कि इसी तरह के लाइसेंस पर शहर के सैकड़ो गार्ड पूर्णिया और इसके आसपास के क्षेत्रो में नौकरी कर रहे है। फिर पुलिस ने अलग अलग टीम बनाकर शहर के बैंक, एलआईसी, नर्सिंग होम में छापेमारी की। सभी के बंदूक की जाँच की गई तो सभी फर्जी पाए गए। इनलोगो को 1 से 2 लाख में मुंगेर से हथियार मँगवाकर फर्जी लाइसेंस देकर विभिन्न सुरक्षा गार्ड एजेंसी में नौकरी लगाया गया था। गिरोह का मास्टरमाइंड अररिया जिले के रानीगंज का रहने वाले है। पूर्णिया एसपी विशाल शर्मा ने मिडियकर्मो से अपील किया है कि जब पुलिस अपनी जाँच कर रही हो तो किसी आधिकारिक बयान के कोई खबर नहीं छापे। खबर छपने के बाद सरगना सहित कई गार्ड रातों रात फरार हो गए है।