नीतीश सरकार का हाल , अस्पताल में दलित महिला के साथ अमानवीय व्यवहार , पैसा नहीं देने पर जबरन अस्पताल से निकाला !
फॉरबिसगंज, बरिष्ठ संवाददाता
फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल में प्रसव को आई दलित वर्ग की महिला को दो घंटे से ब्लीडिंग पर पैसे के अभाव में इलाज को छटपटाती रही महिला । परिजनों ने ऑन ड्यूटी कर्मी व विचौलियों पर लगाया सांठगांठ का आरोप खून की कमी बता पांच हजार की मांग, तैश में आई कर्मी । मरीज ने रास्ते में जना बच्चा पर नवजात की मौत !
फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल में प्रसव कराने सोमवार को आई दलित वर्ग की महिला कंचन देवी पति अखिलेश ऋषिदेव, उम्र-30 वर्ष निवासी सोनारपट्टा, मिर्जापुर वार्ड 03,थाना-सिमराहा,प्रखंड-फारबिसगंज जिला अररिया को बताया गया कि मरीज को खून की कमी है ।
पीड़ित के परिजनों ने बताया कि इला नामक अस्पताल कर्मी ने पांच हजार खर्च की बात कही । असमर्थता बताने पर मरीज को प्रसव रूम से जबरन निकाल दिया । पति जब मरीज को अररिया ले जाने लगा तो रास्ते हीं फुलवरिया हाट के समीप माता ने बच्चा जना पर बच्चा मृत था । मानवता का यह घिनौना कृत्य के विरुद्ध पीड़ित दलित महिला व परिजन ने मंगलवार को अस्पताल में बबाल काटा । वीडियो से सारी स्थिति खुद ब खुद स्पष्ट होने के बाबजूद अस्पताल प्रशासन की चुप्पी फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल की व्यवस्था की हकीकत को बयां करने के लिये काफी है ।
सुशासन बाबू के सरकार में दलित महिला के साथ फारबिसगंज अस्पताल की यह कोई अकेली घटना नहीं है । इस अस्पताल पर बिचौलियों का कब्जा ऐसा की पदस्थापित चिकित्सक भी अगर विचौलियों के अनुरूप नहीं चले तो कोई न कोई मामला बना पिटाई तय ।